भीषण गर्मी के बीच छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 50 से अधिक ट्रेनों का पुनः कैंसिल किया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं गरीब महिलाओं के साथ किया गया क्रूर मजाक है। स्कूलों की गर्मी की छुट्टी खत्म होने वाली है और अधिकतर महिलाएं जो अपने मायके या कहीं घूमने जाती हैं उनके लौटने का समय है। हमारी इन छत्तीसगढ़ महिलाओं के लिए वैकल्पिक सुविधा दिए बगैर मेंटेनेंस के नाम पर बार-बार ट्रेन कैंसिल किया जाना निंदनीय है। इससे प्रदेश की डबल इंजन की सरकार का महिला विरोधी चेहरा उजागर हो गया है।
प्रश्न यह है कि नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री श्री तोखन साहू जो केंद्र सरकार में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हैं उनकी नींद कब खुलेगी? आखिर छत्तीसगढ़ की महिलाओं के साथ यह सौतेला व्यवहार क्यों?