आलेख: विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में होगी महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका

रायपुर \ महिला सशक्तिकरण का उद्देश्य महिलाओं को उस शक्ति से सशक्त करना है, जिससे वे सकारात्मक भूमिका निभा सकें। इससे वे जीवन के हर फैसले खुद ले सकती हैं और समाज में सम्मानपूर्वक जीवन बिता सकती हैं। समाज में उनके वास्तविक अधिकारों को प्राप्त करने के लिए उन्हें सक्षम बनाना ही महिला सशक्तिकरण का मुख्य उद्देश्य है।

प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी की नीतियों की वजह से आज भारत विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। विकसित भारत के साथ-साथ विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में यहाँ की माताओं और बहनों का बड़ा योगदान रहेगा। मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार राज्य की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए महतारी वंदन योजना की शुरुआत की गई है। छत्तीसगढ़ में तीज-त्योहारों और खुशियों में महिलाओं को तोहफे, पैसे और नेग देने का रिवाज है। महतारी वंदन योजना के माध्यम से इसी परंपरा को छत्तीसगढ़ सरकार निभा रही है।

 इस योजना के तहत राज्य में विवाहित महिलाओं को 1,000 रुपए प्रतिमाह (कुल 12,000 रुपए सालाना) वित्तीय सहायता दी जा रही है। यह राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में जमा की जाती है। महिलाएं इस योजना से खुश हैं, क्योंकि वे इस राशि से अपने बच्चों और परिवार की छोटी-छोटी जरूरतें पूरी कर पा रही हैं और कई महिलाएं भविष्य के लिए निवेश भी कर रही हैं।

 विवाहित महिलाएं घर-परिवार की देखभाल और प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अपनी छोटी-मोटी बचत का उपयोग वे ज्यादातर परिवार और बच्चों के पोषण में करती हैं। हालांकि, आर्थिक मामलों में उनकी सहभागिता अभी भी बहुत कम है। इसे देखते हुए राज्य सरकार महिलाओं की आर्थिक सहभागिता बढ़ाने के लिए काम कर रही है।

 राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 (2020-21) के अनुसार, 23.1 प्रतिशत महिलाएं मानक बॉडी मास इंडेक्स से कम स्तर पर हैं। 15 से 49 वर्ष की आयु की महिलाओं में एनीमिया का स्तर 60.8 प्रतिशत और गर्भवती महिलाओं में यह 51.8 प्रतिशत है। महतारी वंदन योजना इन महिलाओं के लिए बड़ी राहत साबित हो रही है।

 मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का उद्देश्य आगामी पांच वर्षों में राज्य की जीडीपी को दोगुना करना है। इसीलिए राज्य की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बजट में महतारी वंदन योजना के लिए 3,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। 10 मार्च से प्रथम किश्त महिलाओं के बैंक खाते में भेजने से प्रारंभ हुई महतारी वंदन योजना का लाभ प्रदेश के कुल 70 लाख 12 हजार 417 हितग्राहियों को मिल रहा है। जून माह में चौथी किस्त की राशि भी महिलाओं के बैंक खातों में जारी की जा चुकी है।

छत्तीसगढ़ की महिलाएं राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। महिला सशक्तिकरण के माध्यम से वे राज्य के विकास को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सक्षम हो रही हैं। महतारी वंदन योजना और अन्य सरकारी प्रयासों के साथ, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ की महिलाएं आत्मनिर्भर बनें और राज्य के समृद्धि में अपना योगदान दें।

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