गणेश चतुर्थी पर पूजा में न करें ये गलतियां, नहीं मिलेगा पूजा का फल

 

गणेश चतुर्थी गणपति बप्पा के जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि गणेशजी बुद्धि और ज्ञान के देवता हैं और सच्चे मन से उनकी पूजा करने पर वे शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन साथ ही, अगर उनकी पूजा में कुछ गलतियां की जाएं, तो पूजा स्वीकार नहीं होती और इसका फल भी प्राप्त नहीं होता। आइए जानते हैं कि गणेशजी की पूजा में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और किन गलतियों से बचना चाहिए:

1. तुलसी का पत्ता न चढ़ाएं:

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव के साथ-साथ उनके पुत्र गणेशजी की पूजा में भी तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाता। मान्यता है कि भगवान गणेश ने तुलसी को शाप दिया था कि उनकी पूजा में तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाएगा। इसलिए, गणेशजी की पूजा में भूलकर भी तुलसी का पत्ता न चढ़ाएं। पूजा में दूर्वा का प्रयोग करना शुभ माना जाता है।

2. चंद्रमा से जुड़ी वस्तुएं वर्जित:

गणेशजी और चंद्र देव के संबंध अच्छे नहीं माने जाते। कहा जाता है कि एक बार चंद्रमा ने गणेशजी के गज स्वरूप का उपहास किया था, जिसके कारण गणेशजी ने चंद्रमा को शाप दिया था कि उनका सौंदर्य खत्म हो जाएगा। इसी कारण गणेशजी की पूजा में कोई भी सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, या सफेद रंग की वस्तुएं नहीं चढ़ाई जातीं। सफेद चंदन के स्थान पर पीले चंदन, सफेद वस्त्र के स्थान पर पीले वस्त्र और पीले जनेऊ का प्रयोग करें। शास्त्रों में चतुर्थी तिथि को चंद्र दर्शन करने के लिए भी मना किया गया है।

3. टूटे हुए चावल का प्रयोग न करें:

गणेशजी की पूजा में चावल का विशेष महत्व होता है, लेकिन ध्यान रखें कि पूजा में टूटे हुए चावल (अक्षत) का प्रयोग न करें। अक्षत का अर्थ है कि जिसका क्षय न हुआ हो, यानी जो कहीं से भी टूटा न हो। गणेशजी की पूजा में साबुत चावल का ही प्रयोग करें। इसके साथ ही यह भी मान्यता है कि गणेश पूजन में गीले चावलों का प्रयोग किया जाता है।

4. केतकी के फूल न चढ़ाएं:

भगवान शिव की तरह ही भगवान गणेशजी की पूजा में भी केतकी के फूल का प्रयोग वर्जित है। शिवजी ने केतकी के फूल को शाप दिया था, इसलिए उनके पुत्र गणेशजी को भी यह फूल नहीं चढ़ाया जाता है।

5. बासी या मुरझाए फूल न चढ़ाएं:

गणेशजी की पूजा में भूलकर भी बासी फूल या मुरझाए फूल न चढ़ाएं। अगर आपके पास ताजे फूल नहीं हैं, तो दूर्वा का प्रयोग करें, लेकिन सूखे या मुरझाए फूल न चढ़ाएं। ऐसा करने से भगवान नाराज होते हैं और घर में वास्तु दोष भी लग सकता है। पूजा में मुरझाए फूल चढ़ाने से घर की सुख-शांति कम होती है और नकारात्मकता बढ़ती है।

गणेश चतुर्थी पर पूजा करते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें ताकि भगवान गणेश की कृपा आप पर बनी रहे और आपकी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो।

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