रायपुर – रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री अमरेश मिश्रा के निर्देशन में रेंज साइबर थाना रायपुर ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी के मामलों में संलिप्त सात आरोपियों को अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर शेयर ट्रेडिंग और गूगल रिव्यू टास्क के नाम पर ठगी करने का आरोप है। इन मामलों में 70 लाख रुपए होल्ड किए गए हैं।
आरोपियों में सिम कार्ड सप्लाई करने वाले, बैंक खातों के सप्लायर और कॉल सेंटर संचालित करने वाला मास्टरमाइंड भी शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी कोलकाता, इंदौर, भिलाई और रायपुर से की गई है।
केस 1:
प्रार्थी रश्मि द्वारा शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम पर 88 लाख रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस मामले में कोलकाता के आरोपी सोमनाथ सरदार को गिरफ्तार किया गया, जो कंप्यूटर शॉप चलाता है। इस केस में 57 लाख रुपए होल्ड किए गए हैं और पूर्व में चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
केस 2:
प्रार्थी श्वेता मेहरा रायपुर ने गूगल रिव्यू टास्क पार्ट-टाइम जॉब के नाम पर 29.49 लाख रुपए की ठगी की रिपोर्ट की थी। इस मामले में पुणे में कॉल सेंटर चलाने वाले आरोपी प्रेम चंद्राकर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने ठगी की रकम से बड़ा घर बनवाया और महंगी गाड़ी खरीदी थी, जिसे अब अटैच करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस केस में 500 से अधिक बैंक खाते और UPI आईडी ब्लॉक किए गए हैं।
केस 3:
प्रार्थी मयूर लखतरिया ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 6.5 लाख रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में सिम कार्ड सप्लाई करने वाले आरोपी पुरुषोत्तम देवांगन को गिरफ्तार किया गया, जिससे 600 सिम नंबरों की जानकारी मिली है। इन सिम कार्डों का उपयोग साइबर अपराध के लिए किया जा रहा था, जिन्हें अब डीएक्टिवेट किया जा रहा है।
केस 4:
प्रार्थी नवीन कुमार ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1.39 करोड़ रुपए की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में आरोपी हिमांशु निर्मलकर को गिरफ्तार किया गया, जिसने अपने बैंक खाते को मासिक किराए पर देकर ठगी में मदद की थी।
केस 5:
प्रार्थी प्रमोद बजाज ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 22 लाख रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में आरोपी मेहुल प्रजापति, वासु मानिक और लूपेश साहू को गिरफ्तार किया गया। ठगी की रकम से महंगे मोबाइल खरीदे गए थे, जिन्हें जप्त कर लिया गया है।
सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। रेंज साइबर थाना की यह कार्यवाही साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।