रायपुर दक्षिण उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया खत्म हो गई, लेकिन कांग्रेस में आखिरी समय तक नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आकाश शर्मा की जीत के लिए रणनीतियाँ बनाते रहे, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के टिकट के प्रमुख दावेदार कन्हैया अग्रवाल अंतिम घंटों में कलेक्टोरेट पहुँच गए और नामांकन दाखिल करने की तैयारी कर ली।
कन्हैया अग्रवाल के नामांकन की खबर मिलते ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने उनसे फोन पर बात की और चुनाव में हिस्सा न लेने का आग्रह किया। कांग्रेस नेताओं के समझाने पर कन्हैया अग्रवाल मान गए और अपना नामांकन दाखिल नहीं किया, हालांकि कुछ समय के लिए इस कदम से कांग्रेस असमंजस में जरूर आ गई थी।
गौरतलब है कि कांग्रेस द्वारा आकाश शर्मा को टिकट दिए जाने के बाद से ही कन्हैया अग्रवाल की नाराजगी की खबरें चर्चा में थीं। कन्हैया अग्रवाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, जहाँ वे भाजपा के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल से मामूली अंतर से हार गए थे। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद माना जा रहा था कि इस बार कांग्रेस फिर से कन्हैया अग्रवाल को ही टिकट देगी।
नामांकन पत्र खरीद चुके कन्हैया अग्रवाल को कांग्रेस द्वारा युवा नेता आकाश शर्मा को टिकट देने के फैसले ने उन्हें असंतुष्ट कर दिया। इस निर्णय से पार्टी के भीतर असमंजस की स्थिति बन गई थी, लेकिन अंततः कन्हैया अग्रवाल का चुनाव मैदान से हटना कांग्रेस के लिए राहत की बात साबित हुआ।