रायपुर। छत्तीसगढ़ में ठंड ने तेजी से दस्तक दे दी है, खासकर सरगुजा संभाग में जहां शीत लहर का प्रभाव गहराता जा रहा है। मौसम विभाग ने बलरामपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़, चिरमिरी, भरतपुर और सूरजपुर में अगले 24 घंटे के भीतर शीत लहर चलने की चेतावनी जारी की है।
10 साल बाद नवंबर में पारा 8.8 डिग्री पर
सरगुजा संभाग में तापमान गिरकर नवंबर के तीसरे हफ्ते में 8.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। यह पिछले 10 साल में इस समय दर्ज किया गया सबसे कम तापमान है। मौसम विभाग के अनुसार, 2014 के बाद पहली बार इतनी ठंड महसूस की जा रही है।
ग्रामीण इलाकों में बढ़ी मुश्किलें
सर्द हवाओं के कारण ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग पहले से ही ठंड का प्रभाव झेल रहे हैं। लोग दिन में भी गर्म कपड़े पहनकर बाहर निकलने को मजबूर हैं। ठंड के कारण बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है।
सर्दी बढ़ने की वजह
मौसम विभाग ने तापमान में गिरावट का कारण चक्रवातीय परिवर्तन और उत्तर भारत में हुई बर्फबारी को बताया है।
- बंगाल की खाड़ी में नमी का प्रवाह बंद है।
- पश्चिम और उत्तर से आ रही सर्द हवाएं प्रदेश के तापमान को तेजी से गिरा रही हैं।
- साफ आसमान और ठंडी हवाओं के कारण उत्तरी छत्तीसगढ़ में ठंड का असर और बढ़ गया है।
क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में सरगुजा और अन्य पहाड़ी इलाकों का पारा और नीचे गिर सकता है। इससे ठंड का असर और बढ़ने की संभावना है।