रायपुर : नई दिल्ली से बड़ी खबर सामने आ रही है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, 7 या 10 दिसंबर तक नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। हालांकि, इस संबंध में अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
सूत्रों का कहना है कि इस मंत्रिमंडल विस्तार में दो नए विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। वहीं, वर्तमान मंत्रिमंडल के एक-दो चेहरों को बदले जाने की भी संभावना है। मुख्यमंत्री के हालिया दिल्ली दौरे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद इन अटकलों को और बल मिला है।
मंत्रिमंडल विस्तार पर बंटा हुआ है पार्टी का मत
पार्टी के भीतर मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दो मत हैं। एक धड़ा मानता है कि इसे नगर निगम चुनाव के बाद किया जाना चाहिए, जबकि दूसरा इसे तुरंत आवश्यक मानता है।
दो मंत्री पद खाली होने और विभागों के कामकाज में देरी के कारण विधायकों और कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ रहा है। इसके साथ ही, सरकार की छवि को लेकर भी चिंता जताई जा रही है, क्योंकि एक साल में अपेक्षित प्रभाव नहीं दिखा है।
कौन-कौन हो सकते हैं नए मंत्री?
मंत्रिमंडल विस्तार में बिलासपुर और रायपुर संभाग से नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं।
बिलासपुर से विधायक धरम लाल कौशिक और अमर अग्रवाल का नाम चर्चा में है।
रायपुर से विधायक राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, सुनील सोनी, और पुरंदर मिश्रा दौड़ में हैं।
पुरंदर मिश्रा को मंत्री बनाए जाने की संभावना अधिक जताई जा रही है। वरिष्ठता और सक्रियता के आधार पर पार्टी और कार्यकर्ताओं का समर्थन उनके पक्ष में है।
विधानसभा उपाध्यक्ष बन सकते हैं अजय चंद्राकर
विधायक अजय चंद्राकर का नाम विधानसभा उपाध्यक्ष के लिए प्रस्तावित किया जा सकता है। इससे मंत्रिमंडल विस्तार में अन्य नेताओं के लिए भी स्थान बनेगा।
मंत्रिमंडल विस्तार की जरूरत क्यों?
सरकार और पार्टी दोनों पर कामकाज की गति तेज करने और जनता व कार्यकर्ताओं का भरोसा जीतने का दबाव है। ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार को नई ऊर्जा के रूप में देखा जा रहा है, जिससे आगामी चुनावों में बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकें।