रायपुर। राजधानी रायपुर के सभी वार्डों में मच्छरों का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे शहरवासियों की परेशानी बढ़ गई है। मच्छरों के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी घातक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर निगम की लापरवाही के कारण स्थिति गंभीर हो रही है।
शहर के अलग-अलग इलाकों में नालियों में गंदा पानी और कचरे के ढेर से मच्छरों का प्रजनन तेजी से हो रहा है। निवासियों का आरोप है कि निगम द्वारा मच्छरों की रोकथाम के लिए केवल औपचारिक प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ क्षेत्रों में फॉगिंग और सफाई होती है, लेकिन ज्यादातर हिस्सों को नजरअंदाज कर दिया जाता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोगों ने बताया कि निगम के 1100 निदान टोल फ्री नंबर पर शिकायत करने के बाद भी कोई समाधान नहीं हो रहा है। वार्ड पार्षद और निगम कर्मचारी भी इस समस्या के समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। इससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।
शहरवासियों ने नगर निगम से मांग की है कि नालियों की नियमित सफाई कराई जाए और पूरे शहर में व्यापक स्तर पर फॉगिंग अभियान चलाया जाए। लोगों का कहना है कि तत्काल कदम उठाए गए तो ही इस गंभीर समस्या से राहत मिल सकेगी।
लोगो का मानना है कि यदि निगम ने जल्द ही ठोस कार्रवाई नहीं की, तो डेंगू और मलेरिया के मामले और बढ़ सकते हैं। स्वच्छता और मच्छर-रोधी उपायों के अभाव में यह संकट और विकराल रूप ले सकता है।
नगर निगम को मच्छरों के आतंक को रोकने के लिए जल्द और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है, ताकि शहर को डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से बचाया जा सके।