प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुंबई जोनल कार्यालय ने सोमवार (27 जनवरी) को बड़ी कार्रवाई की है. शेरोन बायो मेडिसिन लिमिटेड (SBML) और अन्य के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने कार्रवाई करते हुए 79.78 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की है. यह मामला फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंकों से 286 करोड़ रुपये के लोन घोटाले से जुड़ा है.
जानकारी के अनुसार, अटैच की गई संपत्तियां नवी मुंबई, मुंबई, सातारा, रायगढ़ (महाराष्ट्र) और उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल में स्थित हैं. इनमें फ्लैट, प्लॉट, होटल और कृषि भूमि शामिल हैं. कुल संपत्तियों का मूल्य 79.78 करोड़ रुपये है.
CBI और एंटी करप्शन ब्यूरो मुंबई ने दर्ज किया था FIR
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB), मुंबई की ओर से दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू की है. आरोप है कि कंपनी ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये बैंकों को 286 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया.
जांच में सामने आए तथ्य
शेरोन बायो मेडिसिन लिमिटेड के तत्कालीन निदेशक मोहन काला,सविता गौड़ा और ललित मिश्रा ने स्टॉक स्टेटमेंट, बैलेंस शीट और रिकॉर्ड्स में हेरफेर किया. फर्जी बिक्री और खरीद के लेनदेन के जरिये बैंकों से बड़ी रकम का लोन लिया. बैंकों से मिले फंड को शेल कंपनियों के माध्यम से डायवर्ट किया गया. इन फंड्स का उपयोग निदेशकों और उनके रिश्तेदारों के नाम पर संपत्तियां खरीदने में किया गया.
पहले की कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, 23 अक्टूबर 2024 को ईडी ने छापेमारी की थी, जिसमें 16.42 करोड़ रुपये की चल संपत्तियां (बैंक खाते, एफडी, डीमैट खाते) जब्त और फ्रीज की गई थीं. जांच के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस भी बरामद हुए थे.
अब तक की कुल कुर्की
बता दें कि इस मामले में अब तक ईडी ने कुल 96.20 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त और कुर्क की हैं. इस तरह की कार्रवाई से यह साफ है कि भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में ये एजेंसियां सख्त कदम उठा रही हैं.