छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनावों के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। रायगढ़ से महापौर पद के लिए भाजपा ने एक साधारण चायवाले और मेहनतकश कार्यकर्ता जीवर्धन चौहान को अपना प्रत्याशी बनाया है। 1996 में भाजपा की सदस्यता लेने वाले जीवर्धन को पार्टी ने उनके लंबे राजनीतिक सफर और सामाजिक योगदान के चलते यह जिम्मेदारी सौंपी है।
जीवर्धन चौहान: संघर्ष से सफलता तक का सफर
संघ की शाखाओं से प्रेरित होकर समाज सेवा का जज्बा रखने वाले जीवर्धन का जन्म 6 जनवरी 1979 को हुआ। उनके पिता किशोरी लाल चौहान अब इस दुनिया में नहीं हैं। रेलवे कॉलोनी, सोनकर पारा वार्ड 38 में रहने वाले जीवर्धन चर्च के पास चाय और पान का ठेला लगाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
भाजपा में प्रवेश और तीन दशक का योगदान
1996 में पूर्व जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल के संपर्क में आने के बाद जीवर्धन ने औपचारिक रूप से भाजपा की सदस्यता ली। पिछले तीन दशकों से वे पार्टी के लिए लगातार सक्रिय हैं और इस दौरान चाय बेचने का अपना काम भी जारी रखा। उनकी सादगी और मेहनत के चलते क्षेत्र में लोग उन्हें “जीवर्धन चायवाले” के नाम से पहचानते हैं।
1998 में वार्ड अध्यक्ष बनने के बाद जीवर्धन ने 2004 में भाजयुमो नगर कार्यकारिणी में स्थान पाया। उनकी मेहनत और सक्रियता को देखते हुए 2005 में उन्हें भाजपा नगर मंत्री बनाया गया।
जिम्मेदारियों का सफर
2006 में जीवर्धन भाजयुमो नगर उपाध्यक्ष और 2008 में नगर महामंत्री बने। 2010 में उन्हें नगर पालिका एल्डरमेन की जिम्मेदारी दी गई, जबकि 2011 में उन्हें भाजपा नगर अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
समाज और राजनीति में प्रभाव
राजनीतिक सक्रियता के अलावा, जीवर्धन ने अपने समाज के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। 2013 में चौहान समाज ने उन्हें जिला प्रवक्ता नियुक्त किया। 2013 में पुसौर में आयोजित रायगढ़ जिला गाड़ा चौहान समाज महासम्मेलन में उनकी भूमिका अहम रही।
हालिया उपलब्धियां
2019 से 2024 के बीच जीवर्धन ने लोकसभा, विधानसभा और नगरीय निकाय चुनावों में शक्ति केंद्र संयोजक के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई। वर्तमान में वे भाजपा अजा मोर्चा के प्रदेश मंत्री, जिला कार्यकारिणी सदस्य और जशपुर मोर्चा प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं।
जीवर्धन चौहान का यह सफर उनकी मेहनत, संघर्ष और समर्पण का प्रतीक है, जो उन्हें रायगढ़ महापौर पद के लिए एक मजबूत और प्रभावी उम्मीदवार बनाता है।