लाखों रूपये की धोखाधड़ी करने वाला व्ही. ट्रांस इण्डिया लिमिटेड कंपनी का शाखा प्रभारी हेमचंद श्रीवास गिरफ्तार
क्राइम, छत्तीसगढ़, राजधानी, समाचार
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प्रार्थी संजय कुमार दुबे ने थाना खमतराई में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह व्ही. ट्रांस इंण्डिया लिमिटेड कंपनी दिलीप परिसर-4 व्यपार विहार, बंजारी मंदिर के पीछे रावाभाठा, थाना खमतराई में उप क्षेत्रीय प्रबंधक के पद पर कार्यरत् है। कंपनी का मुख्य काम ट्रांसपोटिंग का है जो कि भारत के विभिन्न राज्यो के स्थानो पर माल भेजने व लाने का काम किया जाता है। कंपनी द्वारा दिनांक 22.10.2018 से को उक्त कार्यालय के शाखा प्रभारी के पद पर हेमचंद श्रीवास नामक व्यक्ति को नियुक्त किया गया था।
शाखा प्रभारी का कार्य ट्रांसपोटिंग के लिये उपलब्ध वाहनो पर आर्डर अनुसार माल को गंतव्य स्थान तक भेजना तथा आये हुये माल को गंतब्य स्थान तक पहुंचाने तथा उसकी जानकारी क्षेत्रीय कार्यलय नागपुर को भेजने का होने के साथ ही वाहन क्रमांक व वाहन स्वामी का नाम व माल कहां भेजना है कि जानकारी बिल्टी तैयार कर नागपुर क्षेत्रीय कार्यालय को रकम भुगतान हेतु मेल किया जाता था।
जिसमे जिस खाता में रकम कंपनी द्वारा भेजना है उसका उल्लेख भी रहता था। कंपनी के द्वारा शाखा प्रभारी के भेजे गये जानकारी अनुसार निर्धारित रकम जो वाहन ट्रांसर्पाेटिंग का चार्ज रहता था का 80 प्रतिशत रकम बतौर अग्रिम दिया जाता था तथा शेष रकम को माल गतंव्य तक पहुंचने के बाद भुगतान संबंधित ब्रोकर या वाहन स्वामी के खाते मे भेजा जाता था।
शाखा प्रभारी हेमचंद्र श्रीवास के द्वारा फर्जी तरीके से लाभ प्राप्त करने के लिये दिसम्बर 2021 से जुलाई 2022 के मध्य मे कुल 32 वाहनों की फर्जी बुकिंग बताकर कंपनी नागपुर से कुल राशि 12,73,400/- रूपये ब्रोक्रर व वाहन स्वामी के नाम से कंपनी से धोखाधड़ी कर विभिन्न खातो में डलवाया जाकर उक्त रकम को अपने निजी उपयोग मंे लिया गया। जिस पर आरोपी हेमचंद श्रीवास के विरूद्ध थाना खमतराई अपराध क्रमांक 1041/22 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन व थाना प्रभारी खमतराई के नेतृत्व में थाना खमतराई पुलिस की टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ कर प्रकरण में संलिप्त आरोपी की पतासाजी करते हुए आरोपी हेमचंद श्रीवास को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी द्वारा धोखाधड़ी की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध कार्यवाही की गई।