रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस वक्त चल रहे सियासी बयानबाजी से सभी वाकिफ है।जैसा कि कल स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव का बयान आया कि चुनाव लडने की उनकी पहले जैसे इच्छा नही हो रही जैसा की 2003,2008,20013,और 2018 में हुआ करती थी फिर भी समर्थकों से बातचीत और सलाह लेकर ही कुछ कदम उठाऊंगा अभी कुछ सोचा नही है।
इस बयान को लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई जिस पर यह भी कहा गया कि इससे कांग्रेस को भारी नुकसान होगा वगैरह वगैरह।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का भी इस मामले पर बयान आया कि यदि एक आदमी चुनाव ना लड़े तो 10 लोग चुनाव लडने के लिए खड़े है किसी एक के चुनाव ना लडने से कांग्रेस पार्टी जो इतनी बड़ी संस्था है उसे इन सबसे कोई फर्क नही पड़ता है।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के इस बयान पर छत्तीसगढ़ भाजपा के पूर्व गृहमंत्री एवम रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि बड़ा दुर्भाग्य है कि सरकार के ही मंत्री को अपने सरकार के कामकाजों से निराश होकर यह कहना पड़ रहा है कि मेरी नही चल रही है,मैं गरीबों को प्रधानमंत्री आवास नही दे पा रहा हूं,मेरे आदेशों का पालन नही किया जा रहा है
इसलिए पंचायत विभाग को छोड़ देता हूं फिर वो कहे कि चुनाव नजदीक आयेगा तो मैं अपने भविष्य के बारे में निर्णय करूंगा और अब उन्होंने कहा कि मैं चुनाव लडूंगा या नही लडूंगा मैं समय पर तय करूंगा।जिस सरकार और पार्टी की ये हालत हो कि एक मंत्री को ही अपने मुख्यमंत्री पर भरोसा नही हो तो ऐसे में उस मुख्यमंत्री पर जनता को कैसे भरोसा होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की जनता तो सिर्फ ठगने का काम कर रहे है।
इस पर छत्तीसगढ़ असंगठित कामगार एवम कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आलोक पांडेय का कहना है कि”अपने चमन को संभाले बृजमोहन,ना रमन पूछे ना मोदी” बृजमोहन पहले अपनी पार्टी को संभाले क्योंकि उन्हें ना रमन सिंह पूछते है और ना ही नरेंद्र मोदी जी पूछते है।
प्रदेश अध्यक्ष आलोक पांडेय ने कहा कि अगर हमारे प्रदेश के लोकप्रिय नेता स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव जी कोई निर्णय लेंगे तो वो पार्टी के हित में ही और सोच समझकर ही लेंगे बृजमोहन अग्रवाल पहले अपनी पार्टी की स्थिति को समझें क्योंकि ना उन्हे रमन सिंह पूछते है ना ही मोदी जी,बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना की तरह खुद ही अकेले घूमते रहते है।