पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने एक सरकारी कार्यालय में एक आईएएस अधिकारी के नशे के हालात में कार्यालय पहुंचने पर तंज कसते कहा कि हर तरफ मयखाना खुला है और वो नशें में हैं जैसी हालात बेहद ही गंभीर व चिंता जनक है।
प्रदेश के कई स्कूलों में शिक्षकों द्वारा शराबखोरी के मामले सामने आये हैं जिसके लिये पूर्णतः प्रदेश की सरकार जिम्मेदार है। अब जब इस मामले में हर तरफ से विरोध हो रहा है तो प्रदेश की कांग्रेस सरकार केवल उस आईएएस अधिकारी को हटाकर पूरे मामले में पर्दा डालने का काम कर रही है।
उन्होनें कहा कि प्रदेश में कमोवेश एक ही स्थिति है कि शराब व नशें का सामान आसानी से मिल जाता है विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने गंगा जल लेकर शराबबंदी की बात कही थी। लेकिन सरकार के पंद्रह सौ दिनों के कार्यकाल पूरे होने के बाद भी सरकार ने शराबबंदी पर कोई कार्य नहीं किया।
जिसके लिये प्रदेश की कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पूरी तरह से प्रदेश में नशे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है लेकिन कांग्रेस सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। अब तो प्रदेश में हालात ये बन चुकें है कि कांग्रेस की सरकार ही आनलाईन शराब बेचकर नशे के कारोबार को प्रोत्साहित कर रही है।