हमारे पूर्वज संपूर्ण समाज की सुख, समृद्धि एवं शांति की कामना करते हुए आए हैं हम सभी को भी इसी परंपरा और परिपाटी को आगे बढ़ाना है। हम सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया।
के सिद्धांत पर कार्य करते हैं यह बातें छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज ने आर्यावर्त ब्राह्मण महासभा द्वारा आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से अभिव्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि परशुराम भवन ऊर्जानगर गेवरा, दीपका, कोरबा में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर आयोजक मंडली के द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान राघवेंद्र सरकार की तैल चित्र पर दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
स्वागत गान के उपरांत समाज के प्रतिष्ठित लोगों को विभिन्न पदों पर नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर अपना आशीर्वचन प्रस्तुत करते हुए राजेश्री महन्त जी महाराज ने कहा कि शास्त्रों में ब्राह्मण, पक्षी तथा दांत को द्विज कहा गया है। जनेऊ संस्कार के द्वारा ब्राह्मणत्व की प्राप्ति होती है।
हमें अपनी संस्कृति का ध्यान निरंतर रखना चाहिए। चाणक्य ने नंद वंश की समाप्ति के लिए अपनी सीखा पकड़ कर संकल्प लिया था, वर्तमान में ब्राह्मणों ने शिखर रखना ही बंद कर दिया है, प्रत्येक ब्राह्मण को सीखा, तिलक, जनेऊ अवश्य धारण करनी चाहिए।
समाज ने जिन लोगों को विभिन्न पदों पर प्रतिष्ठित किया है उन्हें अपने पद की गरिमा के अनुरूप कार्य करनी चाहिए।
उन सब की जिम्मेदारी समाज के प्रति और अधिक बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि मैं कुछ अधिक समय तक आप लोगों के बीच में रहता और आप लोगों की भी बातों को सुनता लेकिन धार्मिक बाध्यता के कारण मकर संक्रांति के अवसर पर मुझे दूधाधारी मठ एवं जैतू साव मठ में भी उपस्थित होना है
इसलिए आप सबसे विदा चाहूंगा। कार्यक्रम में विशेष रूप से रमेश कुमार शर्मा, बजरंग शर्मा, सौरभ पांडे, रेखा त्रिपाठी, रेखेंद्र तिवारी, अंबरीश शुक्ला, राकेश तिवारी, शिल्पी तिवारी, वेदांत चतुर्वेदी, दिलीप चतुर्वेदी, रागिनी पांडे, सहित आर्यवर्त ब्राह्मण महासभा के अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता गण, मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव तथा पुलिस प्रशासन के लोग उपस्थित थे।