पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि बदनीयति और अपनी विफलताओं के बोझ से राजनीतिक तौर पर कुंठित नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की कुनीतियों के चलते छत्तीसगढ़ नशे के सौदागरों एवं अपराधियों का शराणस्थली बन गया हैं। जिससे प्रदेश में अपराध के आंकड़े आसमान छू रहें हैं, इन सब का मूल जड़ प्रदेश की कांग्रेस सरकार हैं। प्रदेश में अपराध की स्थिति अत्यंत ही दयनीय हैं फिर भी छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार सत्ता के नशे में चुर होकर कुंभकरणीय निंद्रा में सो रही हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कौशिक ने अत्यंत दुख व्यक्त करते कहा कि हमारा शांति का द्वीप छत्ती़सगढ़ प्रदेश विकास की दिशा व दशा से भटकते हुए अब अपराधगढ़ के रूप में पहचान बना लिया हैं। जिस तरह से प्रदेश में लगातार अपराधिक घटनाएं बढ़ रही है उस पर अंकुश लगाने के दिशा में पुलिस पूरी तरह से नाकाम है। पुलिस के सामने ही अपराधी चाकूबाजी जैसी संगीन घटना को अजांम दे रहे है और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है।इससे स्पष्ट है कि पुलिस कांग्रेस की कठपुतली की तरह कार्य कर रही है और कांग्रेस खुद अपराधियों का हौसला अफजाई करने में लगी है। प्रदेश में पुलिस केवल निरापराधों को फंसाने में जुटी है और अपराधी अपराध करके फरार हो जाता है तथा जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। उन्होनें कहा कि कांग्रेस सरकार ने शांत प्रदेश को अपराध का ”नवा छत्तीसगढ़“ गढ़ दिया है,इतिहास गवाह है, जहां-जहां कांग्रेस राज रहा है, वहां-वहां अपराध व आराजकता चरम सीमा पर रहा है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कौशिक ने कहा कि वर्ष 2003 से पहले का कांग्रेस राज को छत्तीसगढ़ भूला नहीं है। अब भूपेश बघेल सरकार के राज में वह भय और आतंक के दिन फिर से लौट आया हैं और कांग्रेस राज के चलते इसे रोक पाना अंसभव है।
राजधानी रायपुर के समीप माढ़र में जो घटना हुई है।वो किसी से छिपी नहीं है।पुलिस के सामने ही अपराधी अपराध को अंजाम देते हैं और पुलिस मौन रहती है।