रायपुर। ईडी की कार्यवाही पर भाजपा नेता के बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के बयानों से साफ हो गया कि कांग्रेस के अधिवेशन को खराब करने के उद्देश्य से भाजपा और ईडी ने मिलकर षड़यंत्र रचा है। कांग्रेस के अधिवेशन को खराब करने का पूरा टूलकिट भाजपा दफ्तर में तैयार हुआ है, जिसे ईडी को अमल में लाने कहा गया है। ईडी की छापेमारी उसी का हिस्सा है किसी भी कांग्रेस नेता के यहां कुछ नहीं मिला यह इस बात का प्रमाण है कि यह सब कांग्रेस को बदनाम करने का हिस्सा है। भाजपा की तरफदारी यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि ईडी और भाजपा के बीच नापाक गठबंधन है। यदि ईडी की कार्यवाही स्वफूर्त होती तो भाजपा के छोटे-बड़े नेता उसके प्रवक्ता भूमिका में नजर नही आते। इसके पहले भी जब ईडी ने राज्य में कार्यवाही किया था, ईडी का प्रेस नोट बाद में आया था उसके तीन दिन पहले रमन सिंह ने कार्यवाही का ब्यौरा सोशल मीडिया में सार्वजनिक किया था। जो भाजपा चाहती है ईडी वैसा करती है। जांच एजेंसियां कानून सम्मत कार्यवाही करने के बजाय भाजपा की अनुषांगिक संगठन की भांति भाजपा के राजनैतिक हितों को साधने विरोधियों को बदनाम और परेशान किया जा रहा है। कांग्रेस भाजपा ईडी के नापाक गठबंधन का मुकाबला राजनैतिक ढंग से करेगी।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रदेश की जनता 36,000 करोड़ का नान घोटाला, 6000 करोड़ का चिटफंड घोटाला, डीकेएस घोटाला, स्काईवॉक, एक्सप्रेस-वे घोटाला और पनामा पेपर, ऑगस्टा वेस्टलैंड घोटाला भूली नहीं है। जब प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं प्रधानमंत्री और यदि डायरेक्टर को पत्र लिख कर नान घोटाले और चिटफंड घोटाले की जांच के लिए अनुरोध कर रहे तब केंद्र सरकार किसको बचाने इन घोटालों की जांच नहीं करवा रहा? भाजपा नेता भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही की बात करते है लेकिन नान डायरी की सीएम मैडम के नाम खुलने से डरते क्यों है? मोदी सरकार पनामा पेपर वाले अभिषाक सिंह की जांच क्यों नहीं करवाई?
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि 15 साल तक आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे रहने वाली भाजपा कांग्रेस सरकार पर पिछले 4 साल में भ्रष्टाचार के 4 रु. कभी आरोप नहीं लगा पाई है तो केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से कुछ अधिकारियों, नेताओं पर झूठी कार्यवाही करवा कर सरकार को बदनाम करने में लगी है।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने देश भर में अपने मुखर विरोधी राज्य सरकारों के खिलाफ ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग किया है। विरोधी दलों की सरकारों को प्रताड़ित करने का काम किया है। पं. बंगाल में तृणमूल की ममता बेनर्जी, झारखंड हेमंत सोरेन सरकार, दिल्ली के केजरीवाल के उप मुख्यमंत्री सिसोदिया, पंजाब की पूर्व कांग्रेस की चन्नी सरकार जैसे अनेकों उदाहरण जहां पर भाजपा ने केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से भय और आतंक फैलाने का प्रयास किया है। छत्तीसगढ़ में की गयी ईडी की कार्यवाही भी भाजपा के उन्हीं षड़यंत्रों का हिस्सा है।