रायपुर। आज भारतीय जनता पार्टी पार्षद दल की आवश्यक बैठक निगम मुख्यालय स्थित नेताप्रतिपक्ष कार्यालय में रखी गई थी, जिसमें विपक्ष के सभी पार्षदों ने अपने वार्डो के समस्याओं की चर्चा की और वार्ड में रूके हुए विकास कार्यों के लिए महापौर को जिम्मेदार ठहराया। सभी पार्षदों की यह मांग है कि जल्द से जल्द सामान्य सभा का आयोजन किया जावें तथा शहर की समस्याओं पर खुली चर्चा की जायें।
नगर निगम की नेताप्रतिपक्ष मीनल छगन चौबे ने कहा कि, जनता पेयजल, गंदगी, साफ-सफाई, आवारा कुत्तों की समस्याओं से जुझ रही हैं, महापौर अपने अधिवेशन में व्यस्त है। गर्मी सामने है और महापौर जी होने वाले जल संकट की समस्याओं से बेखबर है। हमारा सवाल यह है कि पिछले गर्मी से लेकर अबतक पेयजल और जल संकट के सुधार के लिए महापौर की ओर से क्या प्रयास किया गया है ? जबकि केन्द्र सरकार के द्वारा स्वीकृत लगभग 55 करोड़ रू निगम कोष में जमा है, वास्तव में अगर जिम्मेदार महापौर होते तो शहर के सभी वार्ड टैंकर मुक्त हो जाते है, यह महापौर की अकर्मण्यता का प्रमाण है कि जनता को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ेगा। निगम द्वारा अमृत मिशन का जो कार्य कराया गया है वह स्तरहीन है, बड़े नालों की साफ सफाई नही हो रही हैं, वाडों में जो कचरा संग्रहण के जो गाड़ी दी गई हैं वह खराब अवस्था में है। तालाबों की साफ-सफाई नहीं हो पा रही है, मुख्यालय गैंग जोन गैंग, वी.आई.पी. गैंग कहां काम करते है समझ से परे है करोड़ों रू स्वच्छता के नाम पर केन्द्र सरकार दे रही है इसके बावजूद शहर की गंदगी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। मीनल छगन चौबे ने कहा कि महापौर को जनता ने जिस कार्य के लिए चुना है वे धरातल पर उतरे और उन कार्यों पर ध्यान दें, शहर पर ध्यान दें, हर वार्डो में समस्या बेशुमार है।
आज की बैठक में श्री मनोज वर्मा उपनेताप्रतिपक्ष, डॉ. प्रमोद साहू, श्रीमती कमलेश्वरी वर्मा, श्रीमती कामिनी देवांगन, श्रीमती सीमा साहू, श्रीमती सावित्री साहू, श्रीमती टेसु साहू, श्रीमती सरिता दुबे, श्रीमती सरिता वर्मा, श्रीमती गोदावरी साहू, श्रीमती विश्वदिनी पांडेय, श्री कुंवर रजयंत सिंह ध्रुव, श्री रोहित साहू श्री भोलाराम साहू, श्री रवि ध्रुव और चन्द्रपाल धनगर उपस्थित थे।