मजदूर संघ (भामसं) के बैनर पर अनियमित कर्मचारियों के घेराव के लिए रैली के रूप में नियमितीकरण, आंगनबाड़ी निकलने के पहले ही पुलिस ने रोक कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी लिया। भामसं की ओर से जिला घोषित करने, मितानिनों को प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर दर पर मानदेय समेत 18 ज्ञापन सौंपा गया। राजधानी में सूत्रीय मांगों को लेकर भारतीय अनुमति नहीं मिलने पर तूता में भामसं ने धरना-प्रदर्शन किया। इस प्रदेशभर से हजारों कर्मचारी और प्रदेश स्तरीय आन्दोलन में प्रदेशभर मजदूर नवा रायपुर के तूता में जुटे। से विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता
जैसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, रसोईये, अनियमित कर्मचारी, बिजली व कोयला समेत अन्य संस्थाओं के कर्मचारी हजारों की संख्या में सम्मिलित हुए। संघ के प्रदेश महामंत्री नरोत्तम धृतलहरे ने बताया कि तूता में धरना- प्रदर्शन को विभिन्न असंगठित एवं संगठन क्षेत्र के कर्मचारी और मजदूर संगठनों के पदाधिकारियों ने संबोधित किया। लगातार आग्रह और आश्वासन के बाद भी मांगें पूरी नहीं होने पर जमकर नारेबाजी की। भामसं ने विधानसभा घेराव का कार्यक्रम आयोजित किया था। धरना-प्रदर्शन के बाद रैली के द्वारा
रूप में विधानसभा घेराव के लिए आगे बढ़ रहे थे किन्तु पुलिस ने रोक लिया।