महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल महाविद्यालय में इंटीरियर डिजाइन विभाग द्वारा 30 मार्च से लेकर 1 अप्रैल 2023 तक तीन दिवसीय पारंपरिक कला पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया । इस वर्कशॉप में विषय विशेषज्ञ के रूप में मिस निवेदिता पंडा विशेष रूप से आमंत्रित थीं जिन्होंने अपने निर्देश व सलाह से महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को व्याख्यात्मक कौशल एवं पारंपरिक कलाओं से परिचित कराया । मिस पंडा 8 वर्षों से पिडीलाइट संस में कला विशेषज्ञ के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं तथा इनके निर्देशन में रायपुर में ही इन 4 वर्षों में विभिन्न स्थानों ,संस्थानों, महाविद्यालयों में 300 वर्कशॉप का आयोजन किया जा चुका है।
महाविद्यालय में तीन दिवसीय वर्कशॉप का मुख्य विषय व्याख्यात्मक कौशल और पारंपरिक कलाओं का ज्ञान विषय विशेषज्ञ से प्राप्त करना था । इस वर्कशॉप के माध्यम से भारत की पारंपरिक भित्ति शिल्प जोकि कच्छ, गुजरात की प्रमुख शिल्प परंपरा है से रूबरू कराया गया तथा बोतल कला, हूप कला और अन्य विभिन्न आर्ट फॉर्म की जानकारी छात्र छात्राओं को प्रदान की गई।
मिस पंडा ने छात्र-छात्राओं को डिजाइन की अवधारणा को परिभाषित करते हुए कहा कि विभिन्न आर्टफॉर्म की आकृतियां डिजाइन व्यक्तिगत सोच पर आधारित रहती है। यह तीन दिवसीय वर्कशॉप विद्यार्थियों को के पाठ्यक्रम पर आधारित था जिससे विद्यार्थी कला की विभिन्न बारीकियों एवं पहलुओं से परिचित हो सके। इस तरह के वर्कशॉप पारंपरिक एवं आधुनिक कलाकृतियों की पहचान कराता है साथ ही विभिन्न मीडिया, पेंटिंग ,रंग रोगन, मूर्ति कला , शिल्प कला , धागों की कृतियां अन्य से छात्र-छात्राएं अवगत हुए। इस वर्कशॉप में अत्यधिक विद्यार्थियों की विशेष उपस्थिति रही। यह वर्कशॉप प्रमुख रूप से इंटीरियर डिजाइन के विभागाध्यक्ष प्रीति साहू के निर्देशन एवं सहायक प्राध्यापक नवरी केकरे एवं जयश्री देवांगन के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ ।
इस पूरे वर्कशॉप का आयोजन महाविद्यालय के चेयरमैन आदरणीय श्री राजेश अग्रवाल एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम एस मिश्रा के विशेष मार्गदर्शन एवं सिद्धार्थ सभरवाल के विशेष सहयोग से संपन्न हुआ।