प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एवं छत्तीसगढ़ के सहप्रभारी नितिन नवीन के खुलासे के बाद की देश भर के मदरसों में बम बनाया जाता है। बारूद बनाया जाता है। असलहे बनाने की शिक्षा दी जाती है। देश के गृहमंत्री अमित शाह को तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिये। भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारी ने इस बात का खुलासा किया है कि मदरसों में संगीन असंवैधानिक गतिविधिया होती है आतंकी गतिविधियां होती है तो देश के गृहमंत्री को अपने पद में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नही है। यदि नवीन का बयान में तनिक भी सच्चाई है तो यह बात देश के गृहमंत्री को कैसे नही पता चली? यह केन्द्रीय सूचना तंत्र की नाकामी है। या तो नितिन नवीन झूठ बोल रहे है या भाजपा की केन्द्र सरकार कानून व्यवस्था बनाये रखने में सफल नही है। नितिन नवीन झूठ बोल रहे तो इसके लिये भाजपा माफी मांगे तथा नितिन नवीन को पद से बर्खास्त करें नितिन नवीन सही तो गृहमंत्री अमित शाह को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि चाहे मदरसे हो या संस्कृत विद्यालय हो या फिर दूसरे धर्मो के द्वारा चलाया जा रहा शैक्षणिक संस्थान हो यहां पर बच्चों को शिक्षा दी जाती है। सबके पढ़ाने का माध्यम अलग-अलग हो सकता है। मदरसों में उर्दू में शिक्षा दी जाती है तो संस्कृत विद्यालयों में संस्कृत भाषा में, मदरसों मे इस्लामिक पद्धति का ज्ञान दिया जाता है तो संस्कृति विद्यालयों में वैदिक पद्धति का। किसी भी पद्धति पर पूर्वाग्रह से आरोप नही लगाना चाहिये। मदरसों के बारे में जो सह प्रभारी नितिन नवीन जो टिप्पणी किया है वह बेहद आपत्तिजनक है। मदरसों में इस्लाम की शिक्षा दी जाती है साथ ही अन्य विषयों की शिक्षा दी जाती है। आप कभी वहां गये है देखने? अपनी ओछी मानसिकता के आधार पर धारणा बना लिया टिप्पणी कर दिये यह उचित नही है। यह देश के गंगा जमुनी तहजीब पर प्रहार है। भाजपा के लोग ऐसा बयान देकर देश में विद्वेष पैदा करने का काम करते है। यही भाजपा मूल चरित्र है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि नितिन नवीन ने हैट स्पीच देकर एक वर्ग समुदाय के खिलाफ वैमनस्यता फैलाने का षड्यंत्र रचा है अभी न्यायालय ने भी इस प्रकार के हैट स्पीच पर केंद्र सरकार को कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं भाजपा नेताओं की फितरत है जब भी चुनाव नजदीक आते हैं इस प्रकार से नफरत फैलाने वाली बयानबाजी कर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं नरेन्द्र मोदी भी अभी सार्वजनिक कार्यक्रमों में मंच से खुद की सुपारी देने की बात कर जनता का ध्यान केंद्रित करने की कोशिश किए हैं जब प्रधानमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति की भाषा शैली इस प्रकार होगी तो उनके नीचे के नेताओं की भाषा तो ऐसी ही रहेगी नितिन नवीन को अपने भाषा के लिए माफी मांगने चाहिए और केंद्र सरकार नितिन नवीन के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें।