बिहार | विधानसभा में गुरुवार को फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक देखने को मिली। आरक्षण के मुद्दे पर जब बहस चल रही थी तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व सीएम और ‘हम’ (हिंदुस्तान आवाम मोर्चा) के मुखिया जीतन राम मांझी पर भड़क उठे।
जब जीतन राम मांझी ने कहा कि जनगणना का काम सही से नहीं हुआ है। इसी पर नीतीश कुमार ने कहा कि मांझी को कोई आइडिया नहीं है, वो क्या बोल रहे हैं। नीतीश कुमार ने आगे कहा कि मांझी अब गवर्नर बनना चाहते हैं। इस दौरान नीतीश कुमार का गुस्सा सातवें आसमान पर था।
सत्ता पक्ष के लोगों ने, यहां तक कि तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं रुके। नीतीश कुमार ने तैश में आकर यह तक कह दिया कि मांझी मेरी ही मूर्खता से सीएम बने थे। नीतीश कुमार ने मांझी के लिए तू-तड़ाक की भाषा का भी इस्तेमाल किया।
सदन से बाहर आकर मांझी ने क्या कहा ?
मांझी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम उनसे चार साल बड़े हैं। वो अपनी मर्यादा लांघ रहे हैं। वो 1985 में विधायक बने थे, मैं 1980 से विधायक हूं। गवर्नर बनने की बात पर उन्होंने कहा कि ये गलत बात है। मैं दलित हूं इसलिए वह तू-तड़ाक कर रहे हैं।