छत्तीसगढ़ी व्यंजन के लिए मशहूर राजधानी का गढ़कलेवा अब और अधिक आकर्षक और सुविधायुक्त बनेगा। आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम गढ़कलेवा पहुुंचकर जायजा लिया और अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही अन्य प्रदेशों के लोगों का आना-जाना लगा रहता है। छत्तीसगढ़ी खान-पान से उन्हें परिचित कराने के लिए यहां और सुविधाएं बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि गढ़कलेवा परिसर में साफ-सफाई के साथ-साथ आकर्षक कलाकृतियों से सजावट की जाए।
आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम ने गढ़कलेवा में आम नागरिकों, युवाओं और प्रबुद्धजनों के साथ चिला, फरा, लाई के लड्डू, ठेठरी, खुरमी सहित अन्य छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का आनंद लिया। मंत्री श्री नेताम ने अलग-अलग स्टालों में जाकर तैयार हो रहे व्यंजनों की जानकारी ली। उन्होंने गढ़कलेवा के प्रबंधकों सहित कर्मचारियों, दीदियों से चर्चा कर यहां बिक्री होने वाले व्यंजनों के बारे पूछा। उन्होंने गढ़कलेवा को आकर्षक बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
श्री नेताम ने गढ़कलेवा संचालित कर रहे स्व-सहायता समूह के प्रबंधकों से कहा कि नाश्ता और खाना में दोना-पत्तल का इस्तेमाल किया जाए। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने गढ़कलेवा परिसर में ऐतिहासिक कलाकृतियों को स्थापित कर गढ़कलेवा को और खुबसूरत बनाने पर जोर दिया। इस दौरान परिसर स्थित छत्तीसगढ़ पर्यटन सूचना केन्द्र के पर्यटन अधिकारी श्री दिनेश जांगड़े ने मंत्री श्री नेताम को जुट बेग भेंट किया। इस मौके पर आदिम जाति और संस्कृति विभाग के अधिकारी उपस्थित थे