रायपुर। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज पूज्यश्री बागेश्वर धाम सरकार ने विवेकानंद विद्यापीठ के सामने कोटा स्थित विशाल प्रांगण में निर्मित बागेश्वर धाम के कथा पंडाल में तृतीय दिवस गुरुवार को दिव्य दरबार लगाया जिसमें लाखों की संख्या में छत्तीसगढ़ समेत पूरे देशभर के विभिन्न स्थानों श्रद्धालु पहुंचे।
कार्यक्रम के आयोजक समाज सेवी बसंत अग्रवाल एवं मीडिया प्रभारी राजकुमार राठी ने बताया कि सुबह 11 बजे से प्रारंभ इस एक दिवसीय दिव्य दरबार में महाराजश्री ने स्वयं ही अनगिनत श्रद्धालुओं की भीड़ में से रंग-रूप, नाम पुकार कर उन्हें मंच पर आमंत्रित कर उनकी दैहिक, दैविक, भौतिक आदि समस्याओं का समाधान भगवान श्रीसीताराम, श्रीबागेश्वर धाम हनुमानजी सरकार व सद्गुरु भगवान श्रीसंन्यासी बाबा की कृपा से किया। दरबार का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान हनुमानजी महाराज की दया, बालाजी की कृपा से आज समस्त जगत में सनातन धर्म का डंका बज रहा है। ऐसे श्री हनुमानजी महाराज प्रत्यक्ष रूप से कलियुग के देवता हैं, इसीलिए छत्तीसगढ़ के लोगों तुम्हें अब यत्र-तत्र कहीं भटकने की आवश्यकता नहीं हैं, अपने हनुमानजी ही सबसे ज्यादा बलवान हैं। संकट कटै मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। उनका नाम ही संकटमोचन है। हमारा मानना है इस कलियुग में बढ़ते अत्याचार, पापाचार, दुराचार के कारण लगातार सनातन धर्म पर आघात पहुंच रहा था, सनातन धर्म को नीचा दिखाया जा रहा था, झूठा और कपोल-कल्पित बताया जा रहा था, ऐसे लोगों के मुंह पर तमाचा मारने के लिए ही बागेश्वर हनुमानजी का दरबार लग रहा है।
जो संतों का झूठा, पाखंडी और सनातन में कोई शक्ति नहीं है, भगवान नहीं होते, इस प्रकार की भाषा का उपयोग करके जो लोग भोले-भाले हिंदुओं का लगातार धर्मांतरण करवा रहे, अब भारत में उनकी ठठरी और गठरी दोनों बांधी जाएगी। यह हम कलियुग के राजा, अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता हनुमानजी महाराज की साक्षात् प्रकट हुई मूर्ति बागेश्वर बालाजी के बल पर बोल रहे हैं। ऐसी कोई गली नहीं जहां बजरंग बली की चली नहीं। पर्चा से तो एक-दो की समस्या का समाधान होगा लेकिन हनुमानजी की चर्चा से प्रत्येक की समस्या का समाधान होगा। पर्चा तो बहाना है असलियत में पूरे भारत को हनुमानजी का बनाना है। हम भारत के लोगों को भगवान पकड़ा कर जाएंगे। उन्होंने श्रद्धालुओं को सबकी सामूहिक अर्जी लगाने की बात कही।
पहला पर्चा लिखने के बाद दरबार की शुरुआत करते हुए महाराजजी ने कहा- पहली अर्जी एक नंबर पंडाल से ही तीसरे नंबर की डी में विजय नाम का एक बालक है, पीले रंग का कुर्ता पहने हुए है, उनकी स्वीकार हुई है वे आ जाएं। दूसरी अर्जी बाएं हाथ की ओर कोने तरफ एक नंबर डी में बैठी हुई नेहा नाम की बहनजी गहरे नंबर का दुपट्टा पहने हुए, चश्मा लगाए हुए हैं, उनकी अर्जी स्वीकार हुई है। अगली अर्जी अंतिम छोर से स्वीकार हुई है, पंडाल से बाहर है प्रदीप जयसवाल नाम का एक बालक है। इसके बाद तीन नंबर पंडाल में दूसरे नंबर की डी की तरफ दिनेश नाम का बालक विराजमान है, वह आ जाएं उनकी अर्जी स्वीकार हुई है। इसके बाद एक निखिल नाम का बालक एक नंबर पंडाल में पहले नंबर की डी पर बैठा हुआ है। दो नंबर पंडाल में दूसरे डी में अशोक नाम के एक
भैया हैं, वे आएं।
श्रीमद भागवत कथा के पूर्ण होने के पश्चात अनिरुद्ध महाराज पहुंचे बागेश्वर धाम सरकार की कथा में
राजधानी रायपुर के गुढियारी में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के पूर्ण होने पर आज शाम अनिरुद्ध महाराज कोटा स्थित श्री हनुमंत कथा सुनने बागेश्वर धाम सरकार के पास पहुंचे, जहां कार्यक्रम आयोजक बसंत अग्रवाल ने उनका स्वागत किया। अनिरुद्ध आचार्य महाराज ने श्रद्धालुओं को सनातन के महत्व पर संबोधित किया।
मंत्री, विधायक सहित भाजपा नेता हुए शामिल
कथा में प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक मोतीलाल साहू,भाजपा नेता सच्चिदानंद उपासने, संजय श्रीवास्तव, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, दीपक महास्के सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
दिव्य दरबार के दौरान हनुमान जी के मंदिर के गुम्बद में लगे झंडे पर बैठा उल्लू
बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार के दौरान मंच पर स्थापित हनुमान जी के मंदिर के गुम्बद में लगे झंडे पर उल्लू पहुंचा, महाराज ने कहा की यह लक्ष्मी जी की सवारी है जो स्वयं दिव्य दरबार को देखने पहुंचा है,बता दे की लंबे वक्त तक उक्त झंडे के ऊपर उल्लू विराजमान थे।
बिहार से आए विजय कुमार यादव को महाराजजी पहले ही लिखी हुई पर्ची को पढ़कर बताया कि उनका संतान योग की तिथि बताई गई। सुंदरनगर रायपुर से आयीं नेहा थवाइत को कॅरियर उज्जवल होगा आगे चलकर अगर पाना चाहो तो एसडीएम पद का योग बन रहा है।