शिक्षा व्यवस्था को ठीक करने के लिए केंद्र और राज्य की सरकार भरपूर कोशिश कर रही है। शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कई राज्यों में नई शिक्षा नीति भी लागू कर दी है। लेकिन शिक्षा के स्तर को सुधारने की जिम्मेदारी जिनके कंधे है वो ही लापरवाह हो तो सरकार के सारे प्रयास बेकार हो जाते हैं। शिक्षा व्यवस्था का बंठाधार करने वाला एक मामला इन दिनों सामने आया है, जहां मैडम ने स्कूल के ऑफिस को ही बेडरूम बना लिया है। हैरानी की बात तो ये है कि यहां मैडम के पति भी रहते हैं और दूसरी ओर स्कूल में पढ़ाई चल रही होती है तो दूसरी ओर मैडम अपने निजी काम में व्यस्त रहतीं हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मामला मामला जमुई जिला के खैरा प्रखंड क्षेत्र स्थित हड़खाड़ पंचायत का है। यहां के स्कूल में प्रधानपाठक के पद पर पदस्थ शीला हेंब्रम ने स्कूल के ऑफिस को ही अपना बेडरूम बना लिया है। मैडम ने यहां अपनी सुख सुविधा की सभी चीजें भी रखी है। बताया जाता है कि बिस्तर से लेकर फ्रिज, गोदरेज, टीवी, अलमारी, टेबल और रसोई का सारा सामान शामिल है। इस कमरे में शिक्षिका शीला हेंब्रम अपने पति के साथ रहती
बताया जा रहा है कि स्कूल में पहली से आठवीं तक की पढ़ाई होती है, जिसके लिए सिर्फ तीन कमरे उपलब्ध है। पहले कमरे में कक्षा एक से तीन, दूसरे कमरे में कक्षा चार-पांच और तीसरे कमरे में कक्षा छह से लेकर आठ तक की पढ़ाई होती है। वहीं, मामला सामने आने के बाद जिला कलेक्टर ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मैडम स्कूल वाले बेडरूम में पति के साथ निजी काम करतीं हुई पाई गई।