मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने चक्रवाती बारिश को देखते हुए सभी जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और नगरीय निकायों को सतर्क रहने के दिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन संबंधी सभी उपाय सुनिश्चित करने को कहा है। अंदरुनी ओडिशा के ऊपर और चक्रीय चक्रवात का घेरा और प्रबल हो जाने के कारण प्रदेश में सरगुजा संभाग को छोडकर शेष संभागो के जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश और एक दो स्थानों पर अति भारी वर्षा होने की प्रबल संभावना है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में हो रही लगातार बारिश को देखते हुए संभावित प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव के उपायों की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश सभी जिला कलेक्टरों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि जलभराव और बाढ़ की स्थिति में किसी भी तरह की विपरित परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी सतर्कता रखी जाए। लोगों के बचाव और उन्हें राहत पहुंचाने की सभी तैयारी भी रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने निचले और संभावित प्रभावित इलाकों में आपदा प्रबंधन दल को मुस्तैद रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि आवश्यकता पड़ने पर प्रभावितों को तत्काल आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है नदी नालों के जल स्तर पर लगातार निगरानी रखी जाए। इसकी जानकारी नियमित रूप से कंट्रोल रूम में दी जाए। जहां भी जलभराव और बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है वहां पूर्व से ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाए।
मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कहा है कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में नजदीक के भवनों में अस्थाई राहत शिविर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा मोचन बल सहित प्रभावित जिलों के जिला पुलिस बल, होमगार्ड, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, विद्युत विभाग, लोक निर्माण, खाद्य विभाग, नगरीय निकायों आदि के अधिकारियों को भी सचेत एवं सतर्क रहने को कहा है।