रायपुर, /छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि इंटरनेट ने वर्तमान में काफी चीजों को आसान बना दिया है लेकिन साथ में ये बहुत सी परेशानियां भी लेकर आया है। गृहमंत्री ने कहा है कि इंटरनेट पर साइबर अपराधियों के झांसे से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता ही सर्वाेत्तम उपाय है। वे आज यहां यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए ‘‘सुनो रायपुर’’ नाम के जागरूकता अभियान के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
गौरतलब है कि साइबर अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करने और साइबर अपराध मे कमी लाने के लिए रायपुर पुलिस 15 अगस्त से लेकर 21 अगस्त तक साइबर जागरूकता सप्ताह मना रही है। कार्यक्रम में संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय सहित गृह विभाग के एडीजी योजना एवं प्रबंध श्री प्रदीप गुप्ता, रायपुर रेंज के आईजी पुलिस श्री बद्रीनारायण मीणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत अग्रवाल समेत अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कार्यक्रम में आगे कहा कि जो भी व्यक्ति जागरूक है उसे दूसरे लोगों को भी जागरूक करने का प्रयास करना चाहिए ताकि साइबर अपराध पर पूरी तरह से अंकुश लग सके। गृहमंत्री ने कहा है कि आम जनता की जागरूकता से ही पुलिस को भी मदद मिलेगी और साइबर अपराध पर लगाम लग सकेगी। इस मौके पर रायपुर पुलिस के द्वारा साइबर अपराध के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए तैयार की गई बुकलेट और सीडी का गृहमंत्री श्री साहू ने विमोचन किया।
रायपुर पुलिस 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सुनो रायपुर के नाम से साइबर जागरूकता सप्ताह मना रही है। इसका मुख्य उद्देश्य शहरी और ग्रामीण इलाके के नाबालिग, युवा एवं बुजुर्गों समेत हर वर्ग के लोगों को जागरूक करना है। इस अभियान में वीडियो, शार्ट फिल्म्स के जरिए लोगों को साइबर अपराध के खिलाफ जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। एसएमएस और इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के जरिए लाटरी के प्रलोभन और पुरस्कार राशि जैसी आनलाइन धोखाधड़ी और अन्य आनलाइन अपराधों के बारे में भी रायपुर पुलिस लोगों को सतर्क करेगी।
रायपुर पुलिस लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने के लिए 400 वालंटियर्स की मदद ले रही है। ये वालंटियर्स पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे और सभी शासकीय-अशासकीय कार्यालयों में जाकर लोगों को साइबर अपराध से बचने की जानकारी देंगे। इसके साथ ही पुलिस की टीम इस अभियान में लोगों को जागरूक करने के लिए साइबर एक्सपर्ट्स, पेमेंट गेटवे और बैंकों के अधिकारियों को भी टीम में शामिल करेगी।