रायपुर । भाजपा पार्षद दल नगर निगम की सामान्य सभा मे आज एजेण्डे में शहर विकास की कोई भी योजना नही लाये जाने के विरोध में काली पट्टी लगाकर विरोध दर्ज करते हुए सदन में पहुँचा और अध्यक्ष के द्वारा सदन की कार्यवाही प्रारंभ करते ही भाजपा दल के प्रवक्ता एवम पार्षद मृत्युंजय दुबे ने सभापति आसंदी से माँग की कि आज पूरा शहर मुख्य सड़कों से लेकर गली , मोहल्ले , कॉलोनी तक अमृत मिशन कार्य के चलते खोद दिया गया है । नागरिक परेशान हैं जिस पर एजेण्डे के पहले भाजपा पार्षद महापौर से जवाब चाहता है की क्या दशहरा , दीपावली के पहले शहर की सडकों को दुरुस्त कर दिया जाएगा । सभापति ने प्रश्न काल एजेण्डे के बाद इस विषय पर चर्चा का समय देने की बात करते हुए प्रश्न काल चालू करने की नाम पर्ची निकाली । भाजपा पार्षद मृत्युंजय दुबे हाथ मे अमृत मिशन की तख्ती लेकर सभापति के डायस के पास पहुँचते हैं और सभी भाजपा पार्षद सभापति के डायस के पास अमृत मिशन पर चर्चा कराने की माँग करते हुए महापौर के खिलाफ नारेबाजी शुरू करते हैं । लगभग 10 – 15 मिनट तक भाजपा पार्षदों के नारेबाजी , शोर शराबे के बीच सभापति के आश्वासन पर कि वे अमृत मिशन के तहत खोदे गए गढ्ढों और वार्ड की समस्याओं पर भाजपा पार्षदों को बोलने का अवसर देंगे । इस पर नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे सभी भाजपा पार्षदों को अपने अपने स्थानों पर बैठने का निर्देश देती है । प्रश्न काल के बाद भाजपा पार्षद एक बार फिर सामान्य सभा का एजेन्डा 25 अगस्त को जारी होने के बाद उसमे 29 अगस्त को पुनः संशोधन करते हुए पूरक नए विषयों को जोड़ने और उसके बाद पुनः 1 सितम्बर को भैंस थान के विषय को पुनः विलोपित किये जाने के मामले को सदन का मजाक बताते हुए आरोप लगाते हैं कि निगम एक्ट में एक बार एजेन्डा जारी हो जाने के बाद उसमे किसी भी प्रकार का विषयों को जोड़ना या विलोपित करने का अधिकार महापौर या सभापति को नही है । इस पर सभापति प्रमोद दुबे , नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे और पार्षद मृत्युंजय दुबे को जवाब देने के लिए डायस से एक्ट का पठन करते हैं और पार्षद मृत्युंजय दुबे भी एक्ट में दिए गए प्रावधान का पठन करते हुए उन्हें बताते हैं कि पृष्ठ 72 सेक्शन 29 में धारा 3 ( 5 ) की उप धारा ( 3 ) में स्पष्ट उल्लेख है कि आयुक्त सम्मिलन में किये जाने वाले कामकाज ( एजेन्डा ) की सूची तैयार करेगा और उसे अनुमोदन के लिए महापौर को प्रस्तुत करेगा । महापौर एजेन्डा को अनुमोदित करेगा और उसे अध्यक्ष के पास भेजेगा । अध्यक्ष सम्मिलन के नोटिस के साथ उसे पार्षदों के पास भेजने का इंतजाम करेगा । अध्यक्ष महापौर द्वारा यथा अनुमोदित एजेन्डा में किसी मद को ना तो अपवर्जित करेगा और ना ही सम्मिलित करेगा । अर्थात स्प्ष्ट है एक बार एजेन्डा जारी होने के बाद ना कोई विषय जुड़ेगा और ना ही हटेगा ,
इस पर काफी देर तक बहस हुई ।
भाजपा पार्षद दल विषय क्रमांक 8 में पार्षद श्रीमती सरिता दुबे के द्वारा उनके वार्ड में पिछडा वर्ग एवम सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के सर्वे में हुई गड़बड़ियों को विस्तार पूर्वक रखने के बाद फिर से सर्वे की गड़बड़ियों को सुधारने की मांग को लेकर आग्रह किया जिसे विपक्ष एवम सत्ता पक्ष ने भी माना ।
विषय क्रमांक 10 VIP रोड फूणडहर में सूडा द्वारा निर्मित 124 कमरे के सर्व सुविधा युक्त कामकाजी महिला हॉस्टल भवन को छत्तीसगढ़ योग आयोग को देने के सम्बंध में भाजपा पार्षदों ने बहस में भाग लेते हुए सदन को बताया कि पूर्व में किराए से साई हॉस्टल ने निगम आयुक्त से माँगा था अब उसे निशुल्क योग आयोग के लिए देना कामकाजी महिलाओं के साथ अन्याय होगा इसलिए भाजपा पार्षद दल इस मुद्दे पर तटस्थ रहा यह मुद्दा बहुमत के आधार पर पास हुआ ।
गोलबाजार के विषय में भाजपा पार्षद मृत्युंजय दुबे , मीनल चौबे , उपनेता मनोज वर्मा नव जानना चाहा कि एक साल बाद भी गोल बाजार के 579 मालिकों में से केवल 172 की सूची सदन के पटल में आयी है । बाकी दुकान के मालिकों की सूची क्यों नही आई । कहीं ना कहीं महापौर और उनकी परिषद गोल बाजार के व्यापारियों को विश्वास में नही ले पाए हैं । इसलिए भाजपा पार्षद इस विषय में तटस्थ रहा ।
भाजपा पार्षदों ने गोल बाजार के विषय मे यह भी जानना चाहा कि एक ही दुकान 7 – 8 लोगों के नाम से कैसे होगी उनकी रजिस्ट्री का आधार क्या होगा , सत्ता पक्ष से इस पर भी कोई जवाब नही मिल पाया ।
विषय क्रमांक 13 – भाठागांव चौक से चाँदनी चौक सड़क चौड़ीकरण के विषय में उपनेता मनोज वर्मा ने किसी का भी दुकान मकान ना तोड़ते हुए चौड़ीकरण की माँग रखी जिसे सत्ता पक्ष ने भी स्वीकार किया सर्वसम्मति से एजेन्डा पारित हुआ ।
समस्त एजेण्डे पर चर्चा उपरान्त नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे , प्रवक्ता मृत्युंजय दुबे ने वार्ड मि समस्याओं और अमृत मिशन जल वाहिनी योजना पर चर्चा के लिए सभापति से व्यवस्था चाही लेकिन सभापति प्रमोद दुबे ने महापौर के दबाव में सदन समाप्ति की घोषणा कर दी । जबकि सदन प्रारम्भ होते ही सभापति ने अमृत मिशन योजना पर चर्चा का आश्वासन दिया था इस पर वे पुनः मुकर गए ।