रायपुर /प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल की कीमतों में 43 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है लेकिन देश के भीतर पेट्रोल डीजल के दाम में 5 परसेंट की भी कमी नहीं की गई है।
यह स्पष्ट दिखाता है कि मोदी सरकार जानबूझकर देश की जनता को महंगाई की आग में ढकेल रही है दूध दही जूता चप्पल आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाकर जनता का जेब खाली कर रही है
आवश्यक दवाइयों के साथ गंभीर बीमारी के इलाज कराना भी 30 से 40 प्रतिशत महंगा हो चुका है। रेल यात्रा बस यात्रा भी महंगी हो चुकी है सड़कों में टोल टैक्स के दाम बढ़ा दिए गए हैं मोटर पार्ट्स टायर ट्यूब कृषि यंत्र के दामों में भी जीएसटी के चलते बढ़ोतरी हुई है आम जनता महंगाई की मार से पीड़ित और प्रताड़ित है रोजी रोजगार के गंभीर संकट से देश गुजर रहा है इस सब का मुख्य कारण मोदी सरकार के नासमझी और गलत नीतियां है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी के अच्छे दिन के चक्कर में फंसी जनता आज बढ़ती महंगाई बेरोजगारी, गिरती अर्थव्यवस्था, बिकती सरकारी कंपनियां, डूबती बैंक, एलआईसी और रोजगार छीनने व्यापार-व्यवसाय बंद होने से हताश और परेशान है।
अब जनता मनमोहन सिंह के सच्चे दिन को याद कर रही है और भाजपा को कोस रही है। 2014 में भाजपा ने अच्छे दिन लाने 100 दिन में महंगाई कम करने 35 रु लीटर में डीजल पेट्रोल देने का सपना दिखाकर देश के गरीब जनता किसान युवा मजदूरों के वोट प्राप्त कर सत्ता हासिल कर ली। आज 8 साल बाद भी जनता अच्छे दिन का इंतजार कर रही है।और 2014 के पहले के अपने सच्चे दिन को याद कर रही है और सोच रही है कि आखिर भाजपा के जुमलों में फंस कर वह अपने गृहस्थ जीवन, रोजी रोजगार , व्यापार को किस संकट में डाल दिये है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 2024 में मोदी भाजपा सरकार की विदाई के बाद ही देश की जनता को बढ़ती महंगाई बेरोजगारी से राहत मिलेगा क्योंकि देश में महंगाई बढ़ने का प्रमुख कारण मोदी सरकार की मुनाफाखोरी और गलत नीतियां हैं जनता जब महंगाई पर सवाल उठाती है तब मोदी सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार को जिम्मेदार ठहरा कर अपने जिम्मेदारियों से भागती है
पूरा देश देख रहा है महंगाई के मामले में भारत दूसरे देशों के मुकाबले सर्वोच्च स्थान पर है लगातार रुपया का गिरना भी मोदी सरकार की नाकामी को दर्शाता है दुर्भाग्य की बात है मोदी सरकार रुपया के गिरने को रोकने में असफल रही है आज भारत की करेंसी एशिया के टॉप 10 देशों की करेंसी के पीछे खड़ी है एक दौर था जब भारत की करेंसी एशिया के अन्य देशों के मुकाबले मजबूत थी।