रायपुर/ भारत रत्न से अलंकृत संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132 वीं. जयंती पर न्यू राजेंद्रनगर स्थित मिनीमाता स्मृति भवन में गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी तथा राजश्री सद्भावना समिति के संयुक्त तत्वाधान में बाबा साहेब की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर उनकी छायाचित्र पर माल्यार्पण व आरती कर उनके अनुकरणीय कार्यों को याद करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान कविता पाठ व भीम गीतों की प्रस्तुति भी हुई।
तत्पश्चात बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट चौक स्थित अंबेडकर जी की आदमकद प्रतिमा स्थल पर पहुंचकर “बाबा साहेब अमर रहे” “जय भीम -जय सतनाम” की जयघोष के साथ उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के.पी. खण्डे ने कहा कि अंबेडकर जी का जीवन दर्शन हम सभी को आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहेगा। जो भी व्यक्ति या समाज उनकी शिक्षाओं को अमल करेगा वह सदैव तरक्की करेगा।
राजश्री सद्भावना समिति की अध्यक्ष श्रीमती शकुन डहरिया ने कहा हमें संविधान का ज्ञान होना जरूरी है तभी हम अपने अधिकारों व कर्तव्यों की रक्षा कर पायेगें।
कार्यक्रम को गुरु घासीदास शोध पीठ के पूर्व अध्यक्ष डॉ.जे.आर. सोनी, रायपुर नगर निगम एस.सी./एस.टी.विभाग के अध्यक्ष सुंदरलाल जोगी व अकादमी के प्रदेश प्रवक्ता चेतन चंदेल ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर लक्ष्मीकांत गायकवाड,आर.के.पाटले, कृपाराम चतुर्वेदी, पं.अंजोर दास बंजारे, टिकेन्द्र बघेल, मानसिंह गिलहरे, नंदू मारकंडे, घासीदास कोसले, प्रेम सोनवानी, डॉ .एस. आर. पात्रे, रतीलाल कोठरे, महेश सोनवानी, सुनील गायकवाड, नरेंद्र कुर्रे, नरेश मारकंडे,सनत गिलहरे, ममता कुर्रे सहित अनेकों लोग उपस्थित थे।