भारत में कोरोनावायरस के मामले फिर से बढ़ रहे हैं. ओमिक्रोन के बाद अब इसका सब वैरिएंट JN.1 संक्रमण फैला रहा है. पिछले हफ्ते बेंगलुरु में तीन कोविड-19 मौतें दर्ज की गई हैं. हालांकि, कर्नाटक में अभी तक JN.1 का कोई मामला सामने नहीं आया है और हेल्थ ऑफिशियल्स ये कह चुके हैं कि चिंता की कोई बात नहीं है. स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट के आंकड़ों के अनुसार, कर्नाटक में बुधवार को 22 नए कोविड-19 पॉजिटिव मामले सामने आए. शहर में सोमवार और मंगलवार को 30 कोविड-19 पॉजिटिव मामले देखे गए, जबकि 1 दिसंबर से रविवार तक यहां 29 मामले दर्ज किए गए थे.
अधिकारियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि जनवरी के पहले हफ्ते में पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़ने लगेगी और फरवरी के आखिरी हफ्ते के बाद इसमें गिरावट आएगी. सरकार ने बेंगलुरु शहरी जिले में हर दिन 1,500 टेस्ट करने का लक्ष्य रखा है.
JN.1 स्ट्रेन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए इस नए वैरिएंट के संकेतों और लक्षणों को समझना जरूरी है. अब तक सामने आए लक्षणों पर एक नजर डालें:
- बुखार
- नाक बहना
- गला खराब होना
- सिर दर्द
- कुछ मामलों में मामूली गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
- बहुत ज्यादा थकान
- थकावट और मांसपेशियों में कमजोरी
बताया जाता है कि ज्यादातर रोगियों को हल्के श्वसन लक्षणों का अनुभव होता है. ये लक्षण आमतौर पर चार से पांच दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं.
कुछ मामलों में नया वैरिएंट भूख में कमी और लगातार मतली के कारण भी बन सकता है.
अन्य लक्षणों के साथ भूख न लगना JN.1 वैरिएंट की शुरुआत का संकेत दे सकता है. ये लक्षण दिखने पर मेडिकल हेल्प लेने की भी सलाह दी जाती है.