रायपुर l सामाजिक व साहित्यिक संस्था “वक्ता मंच” द्वारा राजधानी के मेग्नेटो माल के संतोष हाल में संपन्न रचना पाठ स्पर्धा में बस्तर की यामिनी पांडे एवं रायपुर की ओसमणि साहू प्रथम रही l इस स्पर्धा में प्रदेश के 40 रचनाकारों ने भाग लिया l आयोजन की मुख्य अतिथि शुभा शुक्ला “निशा” थी एवं अध्यक्षता उर्मिला देवी “उर्मि ” ने की l स्पर्धा के निर्णायक माणिक विश्वकर्मा ” नवरंग ” एवं अतल ओम शुक्ला थे l वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते ने जानकारी दी है कि इस अवसर पर कविता, गीत, ग़ज़ल, भजन, लघुकथा एवं हास्य व्यंग्य सहित साहित्य की सभी विधाओं में रचना पाठ किया गया l प्रतिभागियों ने हिंदी, उर्दू एवं छत्तीसगढ़ी भाषाओं में रचना पाठ कर समां बांध दिया l स्पर्धा के परिणाम इस प्रकार रहे:-
प्रथम: यामिनी पांडे ( बस्तर) एवं ओसमणि साहू (रायपुर), द्वितीय:हाजी रियाज़ खान गौहर(भिलाई) तृतीय:नवेद रज़ा ‘दुर्गवी'(दुर्ग) एवं इस्माईल आज़ाद (भिलाई) , चतुर्थ:सुमीत यादव (दुर्ग), पंचम: प्रतीक कश्यप (रायपुर), षष्ठम:नौरीन नाज़, रुनाली चक्रवर्ती, मन्नूलाल यदु एवं अपूर्व तिवारी “आब” (सभी रायपुर) एवं सप्तम:यशवंत यदु ‘यश'(रायपुर) रहे l इसके अलावा समस्त प्रतिभागियों को सम्मान पत्र प्रदान किये गये l अतिथियों एवं निर्णायकों ने पुरस्कार वितरित किये l स्पर्धा का संचालन वक्ता मंच के संयोजक शुभम साहू व आभार प्रदर्शन श्रीमती ज्योति शुक्ला ने किया l
प्रमुख प्रस्तुतियां इस प्रकार रही:-
यामिनी पांडे (बस्तर) :-
आदि शक्ति माँ दंतेश्वरी की बिटिया हूँ
है गर्व मुझे कहने में मैं बस्तरिया हूँ
ओसमणि साहू ‘ ओश’:-
चमक जहाँ से आती है नुमाईशी महलों में
उन बेशकीमती खजानों को गंदी बस्ती न कहो
तमाम मुकाम हासिल कर रह गये बुलंदी पर तन्हा
ऐसे इंसानों को ऊंची हस्ती ना कहो
प्रतीक कश्यप:-
जख्म उधार दिया गया मुझे
जीते जी मार दिया गया मुझे
पुराने जेवर से थे हालात मेरे
गले से उतार दिया गया मुझे
रियाज़ खान गौहर:-
चल रहा है अकड़कर बड़े आन से
उस का घर चल रहा है मगर दान से
अपूर्व तिवारी ‘आब’:-
ऐ राही मत थक लक्ष्य अभी दूर है
पूरी शक्ति व जोश से आगे बढ़
मत समझ तू मजबूर है
स्पर्धा में विजय कोशले, देव मानिकपुरी, तुलेश्वरी धुरंधर, गंगा शरण पासी, नूपुर साहू, नभवीर हंस, दिलीप टिकरिहा, शिवानी मैत्रा, सुषमा पटेल, बलजीत कौर, डॉ इंद्रदेव यदु, खिवराज धीवर, मो हुसैन, तुषिका नागवंशी, तृप्ति साहू, अखिलेश्वर तिवारी, के भूमिका, अर्जुनदास मानिकपुरी, डॉ गोपा शर्मा, एवं रुद्रनील ने भी प्रभावपूर्ण प्रस्तुतियां दी l