रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री व छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेल में खिलाड़ियों के साथ किये जा रहे सरकारी खेल को अमानवीयता की पराकाष्ठा बताते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ ओलंपिक खेल के खिलाड़ी, जिनमें बच्चे, किशोर और युवा भी शामिल हैं, बस्तर की सड़कों पर भूखे खड़े हैं और अधिकारी घर पर सो रहे हैं। सरकार यह कैसा खेल करा रही है, जिसमें कहीं खिलाड़ी अव्यवस्था के कारण असमय मृत्यु के शिकार हो रहे हैं तो कहीं भूख से तड़प रहे हैं।
भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बस्तर संभाग के हर हिस्से से आदिवासी बच्चे छत्तीसगढ़ ओलंपिक में हिस्सा लेने जगदलपुर पहुँचे तो उन्हें कड़ाके की ठंड में भूखे पेट सड़कों पर ठिठुरना पड़ा।
यह प्रदेश की निष्ठुर सरकार और उसके लचर प्रशासन की असलियत बयां कर रहा है कि यह सरकार आदिवासी समाज की संतानों के साथ कैसा क्रूर बर्ताव कर रही है।
आदिवासी का शोषण करने वाली सरकार ने, आदिवासी का आरक्षण छिनवाने वाली सरकार ने, आदिवासी को बिकाऊ बताने वाली कांग्रेस ने, आदिवासी बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली कांग्रेस सरकार ने सभी हद पार करते हुए अब आदिवासी बच्चों को भूखा रहने मजबूर किया है। आदिवासी बच्चों के साथ यह अमानवीय व्यवहार कांग्रेस की नीति और आदिवासियों के प्रति उसकी नीयत की खोट का प्रत्यक्ष प्रमाण है।